वास्तु टिप्स जो जीवन में पैसा और खुशहाली लाएंगे
नमस्कार
आज हम बताएंगे यदि आपका भवन/निवास स्थान वास्तु सिद्धान्त के विपरीत हो तो कुछ निम्न दैनिक दिनचर्या में परिवर्तन करने से आप कैसे वास्तु दोष से छुटकारा पा सकते हैं और जीवन में धन और खुशहाली ला सकते हैं। शुभ फल प्राप्त कर अनिष्ट प्रभाव से बच सकते हैं।
1. जब भी पानी पीएं अपना मुख उत्तर-पूर्व की ओर रखें।
2. जब भी भोजन ग्रहण करें थाली दक्षिण-पूर्व की ओर रखें और पूर्वाभिमुख होकर भोजन करें।
3. जब भी सोएं दक्षिण-पश्चिम कोण में दक्षिण की ओर सिरहाना करके सोने से नींद गहरी और अच्छी आती है।
4. जब भी पूजा करें तो मुख उत्तर-पूर्व या उत्तर-पश्चिम की ओर करके बैठें।
5. सम्यक उन्नति हेतु लक्ष्मी, गणेश, कुबेर, स्वास्तिक, ॐ, मीन, एवं आदि मांगलिक चिह्न मुख्यद्वार के ऊपर स्थापित करें।
6. यदि ट्यूबवैल उत्तर-पूर्व में नहीं है तो अवश्य लगवाएं।
7. यदि घर में कोई पूजा-स्थल नहीं है तो उसे उत्तर-पूर्व (ईशान) कोण में रखें।
8. यदि पूर्व-उत्तर दिशा का भाग ऊंचा हो तो दक्षिण-पश्चिम भाग में कोई निर्माण कार्य करा दें जिससे पूर्व-उत्तर दिशा का भाग नीचा हो जाए।
9. यदि भवन के सामने का उत्तर-पूर्व दिशा का फर्श दक्षिण-पश्चिम में बने फर्श से ऊंचा हो तो दक्षिण-पश्चिम दिशा के फर्श को ऊंचा करें। ऐसा नहीं कर सकते तो पश्चिम दिशा के कोने में एक प्लेट फार्म बनाएं।
10. दक्षिण-पूर्व, उत्तर-पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम कोण में कुआं या ट्यूबवैल है तो उसे भरवाकर उत्तर-पूर्व कोण में ट्यूबवैल या कुआँ खुदवाएँ। अन्य दिशा में कुएँ को भरवा न सकें तो उसे प्रयोग में लाना बन्द कर दें अथवा उत्तर-पूर्व में एक ओर ट्यूबवैल या कुआँ लगवाएँ जिससे वास्तु का सन्तुलन हो सके।
11. दक्षिण-पश्चिम दिशा में अधिक दरवाज़े और खिड़कियां हों तो उन्हें बन्द करके उनकी संख्या कम कर दें।
इन नियमों को व्यवहार में लाकर सुख-समृद्धि को अपनी अंगशयनी बनाएं।
धन्यवाद!
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